मैं ग़म में हूँ मैं ग़म में हूँ ग़मों के यम में हूँ मैं मर गया मुझमें ही कहीं मैं ख़ुद ख़ुदी के मातम में हूँ मैं ग़म में हूँ महकते फूल तरसते रहे चंद मोतियों के लिए मैं किसी गंद पे गिरी शबनम में हूँ मैं ग़म में हूँ जो किसी ने दी किसी को महज़ तोड़ने के लिए मैं किसी के सिर की झूठी क़सम में हूँ मैं ग़म में हूँ ज़िंदगी के रास्ते में पिछड़ गया मैं ख़ुद से लेकिन दुनिया के काफ़िले में मुक़द्दिम में हूँ मैं ग़म में हूँ अपनी नज़रों में बिख़र गया हूँ तिनका तिनका करके यूँ आईने में देखूँ तो मुसल्लम में हूँ मैं ग़म में हूँ तुम हमदम हो गए किसी ग़ैर के संग मैं अभी भी तेरे मेरे वाले हम में हूँ मैं ग़म में हूँ कैसे चल लेते हो बेवफ़ाई संग अकड़ कर मैं तो वफ़ा संग भी ख़म में हूँ मैं ग़म में हूँ खाने से पहले तुम्हारे लिए निकाल देता हूँ पहला निवाला मैं अभी भी उस मुहब्बत के उस नियम में हूँ मैं ग़म में हूँ अरे! मत दो मुझे हंसी की दावत का न्योता...
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